इस समय हम सभी जानते हैं कि, डिजिटल लेनदेन काफी ज्यादा बढ़ चुका है और आज देश में अधिकतर लोग ऑनलाइन डिजिटल लेनदेन भी करते हैं, लेकिन ऐसे में ऑनलाइन फ्रॉड के मामले भी काफी तेजी से बढ़ते हुए जा रहे हैं और ऐसे में लोगों के लापरवाही उन पर भारी पड़ सकती है। आज कई लोग ऑनलाइन ठगी करके लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं, इसी के लिए आरबीआई द्वारा भी कुछ जरूरी नियम बनाए गए हैं।
RBI का नियम
रिजर्व बैंक आफ इंडिया ऑनलाइन फ्रॉड से बचाने के लिए दिशा निर्देश भी अपडेट करते रहता है। आरबीआई की गाइडलाइंस के अनुसार अगर इंटरनेट सुरक्षा के बावजूद भी आप ऑनलाइन फ्रॉड का शिकार हो जाते हैं तो फिर क्या करना चाहिए और इन फ्रॉड के शिकार से कैसे बचना चाहिए।
तीन दिन के अंदर बेंक में करे शिकायत
इस मामले में आरबीआई द्वारा बताया गया है कि, यदि आपके खाते से पैसे की चोरी हो जाती है तो, आप घबराएं नहीं अगर आप ऑनलाइन फ्रोड़ का शिकार हुए तो आप तीन दिन के अंदर इस मामले के बारे में बैंक को शिकायत कर सकते हैं और अपने नुकसान को रिकवर कर सकते हैं।
आरबीआई द्वारा बताया गया है कि अगर आपके बैंक अकाउंट में कोई फ्रॉड होता है और आप इसकी सूचना बैंक को देते हैं तो, उसका नुकसान आपको नहीं उठाना होगा। इस मामले में बैंक उसके पैसे की भरपाई कर देगा। भारतीय रिजर्व बैंक के सरकुलेशन के अनुसार बैंक अकाउंट से कोई अनादिकृत लेनदेन या फ्रॉड हुआ है तो, आपकी बैंक को इसके बारे में 3 दिन के अंदर जानकारी देनी होगी। ऐसा करते हैं तो इस मामले में आपकी जिम्मेदारी शून्य होगी। अगर अनाधिकृत लेने फ्रॉड आपकी गलती या लापरवाही से नहीं हुआ है तो बैंक आपके नुकसान की पूरी भरपाई करता है।
इस तरह से बेंक करेगा भुगतान
RBI के अनुसार, यदि तीन दिन के अंदर शिकायत मिलती है तो बैंक उसके अकाउंट में 10 दिन के अंदर ही उतनी ही राशि ट्रांसफर कर देगा। इसके अलावा अगर 4 से 7 दिनों के बाद बैंक खाते में धोखाधड़ी की सूचना मिलती है, तो ग्राहक को 25,000 रुपये तक का नुकसान उठाना पड़ेगा।
बेसिक सेविंग बैंकिंग की स्थति में
यदि आपका जीरो बैलेंस खाता है, तो आपकी लायबिलिटी 5000 रुपये होगी। इसमें बैंक खाते से 10,000 रुपये का अनधिकृत लेनदेन हुआ है, तो आपको सिर्फ 5000 रुपये ही वापस मिलेंगे।
सेविंग खाता
अगर आपका सेविंग अकाउंट है और आपके अकाउंट से 20,000 रुपये का अनधिकृत ट्रांजेक्शन हुआ है तो बैंक से आपको 10,000 रुपये ही वापस करेगी, बाकी 10,000 रुपये का नुकसान आपको उठाना होगा।
क्रेडिट कार्ड और करंट अकाउंट
यदि आपके करंट अकाउंट में 5 लाख रुपये से अधिक लिमिट के क्रेडिट कार्ड से अनधिकृत ट्रांजेक्शन होता है तो, इस स्थति में आपकी लायबिलिटी 25,000 रुपये होती है। यदि अकाउंट से 50,000 रुपये का अनधिकृत ट्रांजेक्शन हुआ है तो, बैंक आपको 25,000 रुपये ही देगा।