School Holiday: दिसंबर के महीने की शुरूआत हो गई है। देश के कई राज्यों में स्कूली छात्रों को इस महीने शीतकालीन अवकाश का लाभ मिलेगा। इससे पहले ही विद्यार्थियों को लंबी छुट्टी का मौका मिलने जा रहा है।
2 से 9 दिसंबर तक स्कूल बंद करने का आदेश जारी किया गया है। कुल 8 दिनों तक स्कूल की छुट्टी की घोषणा की गई है। इस अवधि में छात्र स्कूल नहीं आएंगे और उनकी ऑनलाइन क्लासेज लगेगी।
स्कूल की यह छुट्टी क्यों दी गई है इस बारे में जानने के लिए इस लेख को अंत तक पूरा पढ़ें।
अवकाश का विशेष मौका
दिसंबर की शुरुआत के साथ ही कई राज्यों में स्कूली बच्चों के लिए शीतकालीन अवकाश का ऐलान किया गया है। मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले की तहसील करैरा में 2 से 9 दिसंबर तक स्कूल बंद रखने का निर्णय लिया गया है।
इन आठ दिनों के दौरान बच्चों के लिए ऑनलाइन क्लासेस (online classes) की व्यवस्था की गई है ताकि उनकी पढ़ाई प्रभावित न हो।
इसलिए लिया गया फैसला
करैरा में प्रसिद्ध धार्मिक गुरु बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की श्रीमद् भागवत महापुराण कथा का आयोजन हो रहा है।
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इस बड़े आयोजन में भारी संख्या में लोगों के जुटने की संभावना है। इस दौरान शहर में वाहनों के संचालन पर भी रोक लगाई गई है।
प्रशासन और स्कूल प्रबंधन ने स्थिति को ध्यान में रखते हुए फैसला किया कि बच्चों को स्कूल तक लाने-ले जाने में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए 2 से 9 दिसंबर तक स्कूलों में छुट्टी (school holiday) का निर्णय लिया गया।
छुट्टी के बावजूद पढ़ाई जारी
हालांकि स्कूल बंद रहेंगे, लेकिन बच्चों की पढ़ाई बाधित न हो, इसके लिए ऑनलाइन कक्षाएं (online classes) चलाई जाएंगी।
- सभी शिक्षक (teachers) तय समय पर स्कूल आएंगे और ऑनलाइन माध्यम से बच्चों को पढ़ाएंगे।
- नर्सरी से लेकर कक्षा 4 तक के छात्रों को पूरी छुट्टी दी गई है।
- प्रशासन ने स्कूल बसें नहीं चलाने का निर्णय लिया है, जिससे बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
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School Holiday से जुड़ी मुख्य जानकारी
तारीखें | छुट्टी का कारण | शिक्षण का माध्यम | छात्रों के लिए व्यवस्था |
2 से 9 दिसंबर | धार्मिक आयोजन और ट्रैफिक प्रबंधन | ऑनलाइन कक्षाएं | स्कूल आना अनिवार्य नहीं है। |
केवल नर्सरी से कक्षा 4 तक | माता-पिता और प्रशासन के परामर्श से निर्णय | ऑनलाइन पढ़ाई | छुट्टियों के दौरान शिक्षा। |
बैठक में हुई चर्चा
छुट्टी का निर्णय लेने से पहले प्रशासन, प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन और माता-पिता की संयुक्त बैठक आयोजित की गई।
- बैठक में इस बात पर चर्चा हुई कि धार्मिक आयोजन के दौरान भीड़ का प्रबंधन चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
- स्कूल प्रबंधन ने छोटे बच्चों के लिए सुबह से दोपहर तक स्कूल में रहने को असंभव बताया।
- प्रशासन ने निजी स्कूलों को छुट्टी का निर्णय स्वयं लेने की सलाह दी।
छुट्टी का औपचारिक ऐलान
एम.के. एकेडमी और आइडियल कैंब्रिज स्कूल जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों ने माता-पिता से परामर्श के बाद यह निर्णय लिया। हालांकि, यह निर्णय अभी औपचारिक रूप से सभी स्कूलों में लागू नहीं हुआ है।
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