Ek Pariwar Ek Naukri Yojana: हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो के माध्यम से यह दावा किया गया है कि केंद्र सरकार “एक परिवार, एक नौकरी योजना” के तहत अनपढ़ से लेकर ग्रेजुएशन पास लोगों को 25 हजार से लेकर 80 हजार रुपये तक की सैलरी देगी।
इस वीडियो ने लोगों के बीच काफी उत्सुकता और भ्रम पैदा कर दिया है। इसमें पीएम मोदी की तस्वीर का भी उपयोग किया गया है, जिससे यह संदेश फैलता है कि यह सरकार की योजना है।
आइए जानते हैं इस वायरल दावे का क्या सच है और इस अफवाह के पीछे की हकीकत।
वायरल दावा क्या है?
राजा टेक्नॉलोजी टिप्स नाम के एक यूट्यूब चैनल के video ने यह दावा किया कि केंद्र सरकार की “एक परिवार, एक नौकरी योजना” के तहत हर परिवार से एक सदस्य को नौकरी दी जाएगी। इसके वीडियो के अनुसार,
- अनपढ़ व्यक्ति को ₹25,000 मासिक वेतन मिलेगा,
- पांचवीं पास को ₹30,000,
- आठवीं पास को ₹35,000,
- दसवीं पास को ₹40,000, और
- ग्रेजुएशन वाले को ₹80,000 वेतन मिलेगा।
यह वीडियो थंबनेल तेजी से वायरल हो गया, जिसमें पीएम मोदी की तस्वीर जोड़ दी गई है ताकि यह लगे कि यह योजना सरकारी है। थंबनेल में यह भी बताया गया है कि आवेदन सिर्फ दो मिनट में किया जा सकता है।
सोशल मीडिया पर फैला भ्रम
सोशल मीडिया पर फेक न्यूज़ का असर काफी गहरा होता है। लोग बिना सच्चाई जाने ही इस तरह के पोस्ट्स को शेयर करते हैं।
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इसी तरह का एक पोस्ट इस बार “राजा टेक्नोलॉजी टिप्स” नामक यूट्यूब चैनल ने शेयर किया है, जिसमें इस योजना की जानकारी दी गई है।
सरकार ने किया दावा खारिज
केंद्र सरकार की ओर से इन वायरल दावों की सच्चाई का पता लगाने के लिए पीआईबी (प्रेस इनफार्मेशन ब्यूरो) फैक्ट चेक की मदद ली गई। पीआईबी ने इस दावे को गलत ठहराया है और कहा कि सरकार की ओर से ऐसी कोई योजना नहीं चलाई जा रही है।
पीआईबी फैक्ट चेक ने लिखा: “राजा टेक्नोलॉजी टिप्स नामक यूट्यूब चैनल के वीडियो में बताया जा रहा है कि केंद्र सरकार हर परिवार के एक सदस्य को नौकरी देगी। यह दावा पूरी तरह से फर्जी है।”
“Raza Technology Tips” नामक यूट्यूब चैनल के वीडियो थंबनेल में दावा किया जा रहा है कि केंद्र सरकार “एक परिवार एक नौकरी योजना” के तहत हर परिवार के एक सदस्य को नौकरी देगी#PIBFactCheck
✅ यह दावा फर्जी है।
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— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) October 25, 2024
क्या सरकार सच में ऐसी कोई योजना चला रही है?
केंद्र सरकार की पीआईबी फैक्ट चेक टीम ने इस वायरल दावे की सच्चाई बताई है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि यह दावा पूरी तरह फर्जी है और सरकार ने ऐसी कोई योजना लागू नहीं की है।
ध्यान देने योग्य बातें:
- सरकार ने “एक परिवार, एक नौकरी योजना” का कोई आधिकारिक ऐलान नहीं किया है।
- ऐसा दावा केवल दर्शकों की संख्या बढ़ाने के लिए किया गया है।
- पीआईबी फैक्ट चेक का कहना है कि लोग इस प्रकार की गलत जानकारी से बचें और सही सूचना के लिए सरकारी स्रोतों पर भरोसा करें।
असली उद्देश्य: व्यूज बढ़ाने का तरीका
यूट्यूब पर ऐसे चैनल्स द्वारा थंबनेल के माध्यम से गलत जानकारी देकर व्यूज बढ़ाना कोई नई बात नहीं है। ये चैनल्स भ्रामक जानकारी देकर दर्शकों को आकर्षित करते हैं।
इन वीडियो का असली उद्देश्य सिर्फ अधिक से अधिक व्यूज प्राप्त करना और चैनल की लोकप्रियता बढ़ाना है। ऐसे भ्रामक वीडियो के कारण लोग गलतफहमियों में आ जाते हैं और इन चैनल्स के झांसे में आकर सच से दूर होते हैं।
सावधानी बरतें और जागरूक रहें
आजकल सोशल मीडिया पर बहुत सी फेक न्यूज़ और अफवाहें फैलाई जाती हैं। यह जरूरी है कि कोई भी जानकारी शेयर करने से पहले उसकी सच्चाई की पुष्टि की जाए।
पीआईबी जैसी सरकारी संस्थाओं की फैक्ट चेक सेवा का उपयोग कर इस तरह की भ्रामक खबरों से बचा जा सकता है।
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कैसे करें फेक न्यूज़ की पहचान?
फेक न्यूज़ से बचने के लिए हमेशा सरकारी और विश्वसनीय स्रोतों की जानकारी की जांच करें। इस प्रकार के वीडियो और पोस्ट पर भरोसा न करें, जो बड़ी सैलरी और नौकरी के फायदों का वादा करते हैं। पीआईबी फैक्ट चेक जैसी सरकारी संस्थाओं द्वारा दी गई जानकारियों पर ध्यान दें।
निष्कर्ष
वायरल वीडियो में किया गया दावा पूरी तरह से फर्जी है। केंद्र सरकार ने इस प्रकार की कोई योजना नहीं चलाई है। सोशल मीडिया पर फैल रहे इस तरह के भ्रामक खबरों पर तुरंत विश्वास न करें और सही स्रोतों से जानकारी की पुष्टि जरूर करें।