Employees Regularization : राज्य के सरकारी कर्मचारियों के लिए बड़ी खबर है। उन्हें नियमित करने का निर्णय लिया जाएगा। हालांकि नियमितीकरण से पहले उन्हें परीक्षा पास करनी होगी। स्कूल प्रबंधन समिति के माध्यम से रखे गए अब शिक्षकों को रेगुलर होने के लिए परीक्षा देनी होगी।
राज्य सरकार की ओर से दिए गए एलडीआर कोटा के लिए स्कूल प्रबंधन समिति के माध्यम से शिक्षकों की परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी गई है।
शिक्षा विभाग ने स्कूल शिक्षा बोर्ड को परीक्षा लेने की जिम्मेदारी दी गई है। शिक्षा विभाग की ओर से स्कूल शिक्षा बोर्ड को एक पत्र लिखा गया है।
स्कूल शिक्षा बोर्ड को लिखा पत्र
एलडीआर के परीक्षा संबंधित पोस्ट की डायरेक्ट रिक्रूटमेंट के सिलेबस के आधार पर किए जाएंगे। इस परीक्षा को लेने के लिए स्कूल शिक्षा बोर्ड संभावित खर्च और समय के बारे में 3 दिन के भीतर जानकारी देगा।
एक्जाम फीस के बारे में भी जानकारी मांगी गई है ताकि शिक्षकों को या फिर सरकार को इस का भुगतान करना होगा।
इस पर फैसला लिया जाएगा। बता दे की सामान्य तौर पर इस तरह की भर्ती राजस्थान आयोग से करवाई जाती थी लेकिन राज्य सरकार के पास भारतीय एजेंसी तय करने का अधिकार है।
फ़िलहाल आयोग अभी पूरी तरह से फंक्शनल नहीं हो पाया है। ऐसे में इसके जिम्मेदारी स्कूल शिक्षा बोर्ड को दी गई है।
नियमितीकरण की प्रक्रिया के लिए परीक्षा का आयोजन
बता दे की वर्तमान में SMC के तहत DSP के 102 ,SMC के 521 ,क्लासिकल और वर्नाकुलर के 922 और जेबीटी के 95 शिक्षण कार्य कर रहे हैं।
एलडीआर कोटा देने से संबंधित शिक्षक पदों पर भर्ती के नियम के अलग बदलाव के तहत नियुक्त हुए हैं। सभी पांच टीचर कैडर की भर्ती एवं पदोन्नति नियम कार्मिक विभाग और वित्त विभाग के बीच घूम रहे हैं।
ऐसे में इनके नियमितीकरण की प्रक्रिया के लिए परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। परीक्षा पास करने के बाद इन्हें नियमित करने की प्रक्रिया शुरू होगी।
ऐसे में हिमाचल सरकार द्वारा भर्ती नियम की प्रक्रिया पूरी होते ही एलडीआर कोट के तहत परीक्षा देना होगा। 5% कोटा ही मिलेगा, जिसमें बैच वाइज भर्ती से इसे काटा जाएगा। वहीं इसके तहत ही हिमाचल सरकार द्वारा एसएमसी शिक्षकों को नियमित किया जाएगा।