Ration Card: प्रदेश के लाखों राशन कार्डधारकों के लिए बड़ी खुशखबरी सामने आई है। उन्हें तीन महीने का राशन एक ही बार में मिलने जा रहा है। इसके लिए राज्य सरकार ने तैयारी शुरू कर दी है।
‘चावल उत्सव’ का ऐलान
दरअसल, छत्तीसगढ़ सरकार ने घोषणा की है कि 1 जून से 7 जून तक ‘चावल उत्सव’ (Chawal Utsav) मनाया जाएगा। इस दौरान राज्य के 81 लाख से अधिक राशनकार्डधारी (Ration Card Holders) परिवारों को एक बार में तीन महीने – जून, जुलाई और अगस्त का राशन दिया जाएगा।
13,928 दुकानों में होगा चावल का वितरण
राज्य भर की 13,928 उचित मूल्य दुकानों में पहले से ही चावल का भण्डारण शुरू कर दिया गया है ताकि वितरण में कोई रुकावट न आए। इन दुकानों से वितरण की प्रक्रिया को सुचारु रूप से संपन्न कराने के लिए शासन ने जरूरी दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
खाद्य विभाग और नागरिक आपूर्ति विभाग ने सभी दुकानों में चावल स्टॉक करने का काम तेज़ कर दिया है। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि कहीं भी वितरण में देरी या बाधा न हो।
राज्य खाद्य सचिव रीना बाबासाहेब कंगाले ने 28 मई को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिला कलेक्टरों को स्पष्ट निर्देश दिए कि हर उचित मूल्य दुकान पर पहले से चावल का पर्याप्त भंडारण किया जाए।
स्थानीय स्तर पर जागरूकता अभियान
सभी जिलों के कलेक्टरों को निर्देश दिए गए हैं कि ‘चावल उत्सव’ की सूचना को स्थानीय प्रचार माध्यमों से अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाया जाए। ताकि कोई भी लाभार्थी इस योजना से वंचित न रह जाए और वितरण प्रक्रिया पारदर्शी बनी रहे।
सरकार ने निर्देश जारी किए हैं कि सभी जिलों में चावल वितरण से जुड़ी जानकारी का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। दुकानों पर वितरण संबंधी जानकारी का बोर्ड लगाना भी अनिवार्य होगा।
जिला प्रशासन और निगरानी समितियों की मदद से (Public Monitoring System) के तहत यह सुनिश्चित किया जाएगा कि कोई भी लाभार्थी वंचित न रह जाए।
ई-पॉस मशीन से होगा चावल वितरण
खाद्य विभाग ने स्पष्ट किया है कि हर लाभार्थी को ई-पॉस मशीन के माध्यम से बायोमैट्रिक प्रमाणीकरण के बाद ही राशन मिलेगा। इसके साथ ही रसीद (Receipt for Ration) देना भी अनिवार्य किया गया है।
मानसून में भी नहीं रुकेगा राशन वितरण
बता दें कि राज्य के 249 ऐसे गांव हैं, जहां मानसून के दौरान पहुंचविहीन स्थितिहो जाती है, वहां अग्रिम चावल भंडारण की प्रक्रिया जून में पूरी कर ली जाएगी। ताकि वर्षा के समय भी किसी को राशन के लिए परेशान न होना पड़े।