PM Kisan : साल 2024 का बजट वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा कल 1 फरवरी को पेश कर दिया गया है, जिसमें कई लोगों को किसानो को लेकर कई उम्मीदें भी देखी जा रही थी।
अंतिम बजट में पीएम किसान सम्मान निधि को लेकर केवल उसके बारे में कुछ बातें कही गई है, आईए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से,,
किसानो को लेकर हुई यह बाते
इस बजट में सरकार किसानो के तिलहनों के घरेलू उत्पाद को बढ़ावा देकर खाद्य तेलों के मामले में भी अब देश को आगे बढ़ाने की रणनीति पर काम करने वाली है, इसके साथ ही देरी किसानों को भी समर्थन देने के लिए इसके लिए हम कदम उठाए जाएंगे।
साथ ही इस बजट में पीएम किसान सम्मान योजना के तहत कहा गया है कि, हर वर्ष सीमांत और छोटे किसानों सहित 11.8 करोड़ किसानों को प्रत्यक्ष वित्तीय सहायता भी प्रदान की जाने वाली है, जिसकी शुरुआत साल 2019 में की गयी थी।
खाद्य तेलों पर आत्म निर्भर बनाना
इसके साथ ही सरकार किसानो को खाद्य तेलों पर आत्मनिर्भर बनने के लिए काफी ज्यादा जोर देते हुए नजर आ रही है, क्योंकि भारत बड़ी मात्रा में खाद्य तेलों का आयात करता है।
एक रिपोर्ट के अनुसार देश ने लगभग साल 2022-23 में 165 लाख टन खाद्य तेलों का आयात किया है, जिसका मूल्य लगभग 1.38 लाख करोड रुपए था।
इसके लिए अब सरकार अंतरिम बजट में सरसों, मूंगफली, सूरजमुखी, सोयाबीन जैसे तिलहनों के मामले में आत्मनिर्भर बनने के लिए रणनीति बना रही है और इसके बाजार मूल्य और इसके मूल्य वर्धन के साथ-साथ इसको फसल बीमा में भी शामिल किया जाने वाला है।
किसानो को 6000 रूपए सालाना
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा बताया गया है, की पीएम फसल बीमा योजना के अंतर्गत इस साल चार करोड़ किसानों को फसल बीमा प्रदान किया गया है। उन्होंने कहा है कि आज देश में अन्नदाताओं को पूरी तरह से सरकार की तरफ से सहायता प्रदान की जा रही है।
इसके साथ ही देश भर में इलेक्ट्रॉनिक नेशनल एग्रीकल्चर मार्केट में 1361 मंडियों को एकीकृत किया गया है, वही इसकी 1.8 करोड़ किसानों को सेवाएं भी मिल रही है। इसके साथ ही पीएम किसान सम्मान निधि के तहत सालाना किसानों को ₹6000 का वित्त लाभ प्रदान किया जा रहा है।