CBSE Board : इस समय 10वी और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं कई जगहों पर चलते हुए नजर आ रही है, ऐसे में सेंट्रल बोर्ड आफ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE ) द्वारा कुछ बड़ी घोषणाएं की गई है।
CBSE की 15 फरवरी से शुरू हो रही बोर्ड परीक्षाओं में इन नियमों को लागू किया जाने वाला है, आईए जानते हैं, इनके बारे में,,,
CBSE बोर्ड परीक्षा के नए नियम (New rules of CBSE Board Exam)
CBSE द्वारा किये गये कुछ ख़ास बदलाव इस प्रकार है, जिन्हें CBSE बोर्ड द्वारा लागू कर दिया गया है।
कॉम्पार्टमेंट परीक्षा के नाम में बदलाव
इस समय नई शिक्षा नीति के तहत CBSE ने कॉम्पार्टमेंट एग्जाम का नाम बदलकर सप्लीमेंट्री एग्जाम कर दिया है। इसके साथ ही हर साल परीक्षा में किसी विषय में फेल होने या कम अंक प्राप्त करने वाले छात्रों के लिए एक विशेष परीक्षा का आयोजन बोर्ड अब करने वाला है, जिसे कंपार्टमेंट परीक्षा कहा जाएगा।
अकाउन्टेंसी पेपर में बदलाव
इसके साथ ही 12वीं के होने वाले अकाउंटेंसी के पेपर को लेकर भी कुछ नियमों में बदलाव किया गया है, यहां पर आंसर बुक में पहले टेबल्स दिए जाते थे, जिसे बोर्ड ने अब बंद कर दिया है और इस बात की घोषणा भी इनके द्वारा पिछले वर्ष ही कर दी गयी थी।
प्रश्न पत्र में हुआ बदलाव
इसके साथ ही इस साल होने वाली बोर्ड परीक्षाओं के प्रश्न पत्र में भी कुछ बदलाव देखने को मिलेगा, परीक्षा पैटर्न को भी बदला गया है।
इसके साथ ही बहुविकल्पीय प्रश्नों की संख्या में भी बढ़ोतरी की गई है। सब्जेक्टिव प्रश्नों संख्या में कटौती हुई है। दसवीं बोर्ड की परीक्षा में 20% बहुविकल्पीय प्रश्न और 30% शॉर्ट एंड लॉन्ग आंसर टाइप प्रश्न पूछे जाएंगे।
रिजल्ट को लेकर हुए बदलाव
इसके साथ ही घोषित किए जाने वाले रिजल्ट को लेकर भी कुछ बदलाव किए गए हैं। इस सत्र में ओवर डिविजन, डिस्टिंक्शन मार्क्स और परसेंटेज की जानकारी अब रिजल्ट में नहीं दी जाएगी।
इसके साथ ही 10वीं और 12वीं कक्षा के टॉपर्स की घोषणा CBSE द्वारा की जायेगी।
डिस्टिंक्शन श्रेणी हुई बंद
CBSE पेटर्न की खास बात यह है कि, अब 90% से अधिक अंक लाने वाले छात्रों को दी जाने वाले डिस्टिंक्शन श्रेणी अब सीबीएसई द्वारा बंद कर दी गई है।
12वीं के होने वाले पेपर में बदलाव
इस बार 12वीं बोर्ड परीक्षा में 20% प्रश्न मल्टीपल चॉइस के रूप में प्रश्न पूछे जायेगे। इसमें 40% प्रश्न शॉर्ट एंड लॉन्ग आंसर टाइप होंगे।
इसके साथ ही, नए नियम के अनुसार योग्यता आधारित सवालों को शामिल करने के लिए मूल्यांकन में बदलाव किया गया है। 40% सवाल प्रैक्टिकल स्किल्स पर आधारित होंगे।