Mysterious Places :लोग विदेश में घूमने की ख्वाहिश रखते हैं लेकिन हमारे देश में भी कई एक ऐसी जगह है, जो रहस्य से भरी हुई है। यहां पर पहुंचना और इसे देखना बेहद ही सार्थक साबित हो सकता है। आज हम आपको जिसके बारे में बताने जा रहे हैं, यह गांव उत्तर प्रदेश में है।
कहा जाता है कि इस गांव में आज भी खुदाई पर सोने और चांदी के सिक्के निकलते हैं। इस गांव को कई रहस्याओं के लिए जाना जाता है। यमुना नदी के पास बसे इस गांव को सम्राट अकबर की दरबारी बीरबल के ननिहाल के तौर पर भी जाना जाता है।
इस गांव में कई प्राचीन मंदिर है, जो काफी रहस्य से भरे पड़े हैं और उनकी काफी मान्यताएं हैं। इन मंदिरों के नीचे खजाना छिपा होने की बात सामने आती है। आज भी रहस्य बरकरार है। कोई नहीं जानता कि आखिर किस मंदिर के नीचे खजाना दबा हुआ है।
जुताई के दौरान मिलते हैं सोने और चांदी के सिक्के
वही इस गांव में ग्रामीणों ने अपने किस्से कहानी के सहारे खजाने का रहस्य आज भी जिंदा रखा हुआ है। बता दे कि उत्तर प्रदेश में विजयपुर ब्लाक मुख्यालय से लगभग 8 किलोमीटर दूर किशनपुर में यह गांव है। जिसका नाम एकडला है। इस गांव को बीरबल का ननिहाल कहा जाता है। गांव के ग्रामीणों की माने तो कई साल पहले किसानों को खेती की जुताई के दौरान कई सोने और चांदी के सिक्के मिले हैं।
क्या पड़ा यह नाम
इस गांव के नाम पर भी रहस्य बरकरार है। कई वर्ष पहले यह गांव व्यापारिक केंद्र हुआ करता था। बड़े व्यापारी यहां व्यापार करने आते थे। यह नदी के तट पर स्थित था। ऐसे में व्यापारियों को नदी पार करने के लिए बरगद की एक दल का इस्तेमाल करना पड़ता था। जिसके कारण इस गांव का नाम एकडला पड़ गया था।
बताया जाता है कि गांव में 16वीं शताब्दी में सात प्रकार के बाजार लगा करते थे। हालांकि धीरे-धीरे सभी बाजार नष्ट हो गए। यहां गांव में बाजारों के साथ एक ऐतिहासिक मंदिर है। कहा जाता है कि मंदिर के नीचे खजाना छुपा है। ग्रामीणों के अनुसार एक बार खेतों में जुताई के दौरान मिट्टी के एक घड़े में रखे सोने के सिक्के बरामद किए गए थे। जिसके बाद पुलिस ने सिक्कों को पुरातत्व विभाग को भेज दिया था।
कहानियों के सहारे खजाने का रहस्य इन गांव में जिंदा
वही आज भी किस्से और कहानियों के सहारे खजाने का रहस्य इन गांव में जिंदा रखा गया है। बीरबल के ननिहाल में कहां खजाना है कहां नहीं। इस पर आधिकारिक तौर पर पुरातत्व विभाग की ओर से कोई जानकारी नहीं दी गई है लेकिन ग्रामीणों द्वारा कई किस्से और कहानी में इस अफवाह को जिंदा रखा गया है।
ग्रामीणों की माने तो कभी बंजारे तो कभी तांत्रिक मंदिरों को नुकसान पहुंचाते रहते हैं ताकि उन्हें खजाना मिल सके। आज से 3 साल पहले गांव में यमुना किनारे स्थित एक प्राचीन शिव मंदिर में खजाने की तलाश में 12 फीट लंबी सुरंग खोदी गई थी। माना जाता है कि लुटेरों ने खजाने को हासिल करने के लिए यह सुरंग खोदी थी। अब सच्चाई क्या है यह तो किसी को भी नहीं पता लेकिन इस गांव के अपने रहस्य हैं, जो इसे बेहद आकर्षक और इसकी प्राकृतिक सौंदर्यता इसे बेहद ही मनमोहन बनती है।