Pensioners Allowances Benefit: कर्मचारियों के लिए बड़ी अपडेट है। भारत सरकार के स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्रालय के एक संसद सदस्य ने सवाल किया है। जिसके जवाब में सरकार ने स्पष्टीकरण दिया है।
यह सवाल CGHS सुविधाओं से जुड़े कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए है। संसद सदस्य ने पूछा कि क्या सरकार के पास सीजीएचएस सुविधाओं का लाभ नहीं लेने वाले पेंशनर्स के लिए मासिक चिकित्सा भत्ता बढ़ाने का कोई प्रस्ताव है? यदि हां तो इसका विवरण दें।
मासिक चिकित्सा भत्ता बढ़ाने की योजना?
टीआर बालू ने कहा कि क्या सरकार सीजीएचएस सुविधाओं का लाभ नहीं लेने वाले पेंशन भोगियों के लिए मासिक चिकित्सा भत्ता बढ़ाने की योजना बना रही है? उन्होंने इस तरह के प्रस्ताव के विवरण यदि हो तो उसे जारी करने की बात की है।
इसके साथ ही सरकार के द्वारा उठाए गए कदमों के बारे में भी पूछा है। रिटायर्ड कर्मचारी मौजूद खर्च के साथ अपनी चिकित्सा आवश्यकताओं को किस तरह से पूरा करेंगे।
चिकित्सा भत्ता बढ़ाने का फिलहाल कोई प्रस्ताव नहीं
इसके जवाब में स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि केंद्रीय सरकार स्वास्थ्य योजना के तहत कवर नहीं किए गए क्षेत्र में रहने वाले केंद्र सरकार के पेंशन भोगियों के लिए निश्चित चिकित्सा भत्ता बढ़ाने का कोई प्रस्ताव फिलहाल नहीं है।
वर्तमान निश्चित चिकित्सा भत्ता क्या है?
केंद्रीय वेतन आयोग के तहत वर्तमान निश्चित चिकित्सा भत्ता क्या है? इस पर जवाब देते हुए मंत्री ने कहा कि वर्तमान में पेंशनर्स को स्वास्थ्य लाभ के लिए ₹1000 प्रति महीने मिल रहा है।
पिछली बार केंद्रीय वेतन आयोग की सिफारिश के आधार पर यह दर संशोधित की गई थी। इस भत्ते का उद्देश्य पेंशनर्स को उनके दैनिक चिकित्सा खर्चों को पूरा करने में मदद करना है।
सरकार ने स्पष्ट किया है कि गैर सीजीएचएस क्षेत्र में रहने वाले पेंशन भोगियों के पास स्वास्थ्य देखभाल के लिए कई विकल्प है। वह ओपीडी सुविधाओं के बदले FMA का विकल्प भेज सकते हैं।
इसके अलावा आवश्यक सदस्यता का भुगतान करके व्यापक ओपीडी और आईपीडी लाभों के लिए नजदीकी सीजीएचएस कर शहर से खुद को रजिस्टर्ड कर सकते हैं।इसके अलावा पेंशन भोगी ओपीडी उपचार के लिए FMA और आंतरिक रोगी सेवाओं के लिए CGHS का लाभ उठाकर दोनों लाभों को जोड़ सकते हैं।
ऐसे में फिलहाल सरकार सीजीएचएस योजना का लाभ नहीं लेने वाले पेंशनर्स के लिए फिलहाल उनके मासिक चिकित्सा भत्ता में किसी भी तरह की बढ़ोतरी करने की तैयारी में नहीं है।