Public Holiday: दिवाली का त्योहार भारतीय संस्कृति में सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। इस बार दीवाली को लेकर काफी चर्चा हो रही है, क्योंकि विद्वानों ने इसकी सही तारीख की घोषणा कर दी है।
अब पूरे देश में एक साथ 31 अक्टूबर को दीवाली मनाई जाएगी। त्योहार के सीजन में छुट्टियों की घोषणा की गई है, जिससे सभी लोग इस खास अवसर का आनंद उठा सकें।
दिवाली का त्योहार भारत में उल्लास और उमंग के साथ मनाया जाता है। इस बार दिवाली के अवसर पर 30 अक्टूबर से 3 नवंबर तक 4 दिन की सार्वजनिक छुट्टी का ऐलान किया गया है।
जानिए इस बार दिवाली कब मनाई जाएगी और क्या हैं इसके शुभ मुहूर्त।
विद्वानों द्वारा तय की गई दिवाली की तारीख
काशी के विद्वानों ने पूरे देश में 31 अक्टूबर को दिवाली मनाने का निर्णय लिया है। हालांकि, गुजरात, राजस्थान और केरल के कुछ हिस्सों में अमावस्या 31 अक्टूबर को सूर्यास्त से पहले शुरू होकर 1 नवंबर को सूर्यास्त के बाद तक रहती है।
इससे कुछ भ्रम पैदा हुआ था, लेकिन धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, दीपावली का त्योहार 31 अक्टूबर को ही मनाया जाएगा।
दिवाली का शुभ मुहूर्त
दिवाली का त्योहार कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को मनाया जाता है। इस साल कार्तिक अमावस्या 31 अक्टूबर को दोपहर 3:52 मिनट पर शुरू होगी, जो 1 नवंबर को शाम 6:16 मिनट तक रहेगी।
महत्वपूर्ण बिंदु:
- दिवाली का मुहूर्त: 31 अक्टूबर, 3:52 PM
- अमावस्या का प्रभाव: 31 अक्टूबर से 1 नवंबर तक
दिवाली का पांच दिवसीय त्योहार
दिवाली का त्योहार कुल पांच दिनों का होता है। इस साल यह 29 अक्टूबर को धनतेरस से शुरू होकर 3 नवंबर को भाई दूज के साथ समाप्त होगा।
छुट्टियों का विवरण
उत्तर प्रदेश में इस बार दिवाली के लिए चार दिन की छुट्टियां होंगी:
- 30 अक्टूबर: छोटी दिवाली
- 31 अक्टूबर: मुख्य दिवाली
- 2 नवंबर: गोवर्धन पूजा
- 3 नवंबर: रविवार की छुट्टी
इस प्रकार, इस बार दिवाली पर चार दिन की छुट्टी मिलेगी। सभी स्कूल, कॉलेज, सरकारी और प्राइवेट ऑफिस इस दौरान बंद रहेंगे।
दिन | अवकाश का कारण | तिथि |
30 अक्टूबर | छोटी दिवाली | 30 अक्टूबर |
31 अक्टूबर | मुख्य दिवाली | 31 अक्टूबर |
2 नवंबर | गोवर्धन पूजा | 2 नवंबर |
3 नवंबर | रविवार (छुट्टी) | 3 नवंबर |
इस दिवाली, पूरे देश में 31 अक्टूबर को एक साथ त्योहार मनाने का निर्णय लिया गया है। उत्तर प्रदेश में चार दिन की छुट्टी का ऐलान किया गया है, जिससे सभी त्योहारों का सही तरीके से आनंद लिया जा सके।
इस बार की दिवाली लोगों के लिए विशेष महत्व रखती है और सभी को इसमें भाग लेने के लिए प्रेरित करती है।
दिवाली का यह पर्व न केवल रोशनी का प्रतीक है, बल्कि यह परिवार और मित्रों के साथ जुड़ने का भी अवसर है।