इस समय पुरानी पेंशन को लागू करने के लिए केंद्र और राज्यों के सरकारी कर्मचारी एकजुट होते हुए नजर आ रहे हैं। वहीं दिल्ली के रामलीला मैदान पर पुरानी पेंशन के लिए सरकारी कर्मियों की लड़ाई एक बार फिर से शुरू होने वाली है। आपको बता दे कि, इस समय उनके द्वारा दो रेलिया पहले भी की जा चुकी है और अब ऐसे में बड़ी रेली की तेयारी करते हुए नाजर आयेगे।
OPS “पुरानी पेंशन योजना” के लिए विरोध
इस समय सेंट्रल गवर्नमेंट एम्पलाइज एंड वर्कर्स ने रामलीला मैदान में एक बड़ी रैली करने की भी घोषणा की है। ऐसे में अब यह रामलीला मैदान में चौथी विशाल रैली जिसे पेंशन जय घोष महा रैली का नाम दिया गया है। इसकी भी तैयारी शुरू कर दी गई है आपको बता दे की, “ऑल इंडिया एनपीएस एंप्लाइज फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ। मंजीत पटेल का कहना है कि ‘पेंशन जयघोष महारैली’, ‘नेशनल मिशन फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम भारत’ के बैनर तले 10 दिसंबर को होगी।
निर्णायक रैली होगी
यह एक निर्णायक रैली होगी। अगर उस समय तक केंद्र सरकार, पुरानी पेंशन बहाल नहीं करती है तो, उस रैली में अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा की जाएगी। ओपीएस के लिए इस रैली की तैयारी होते हुए देखी जा सकती है, वही इस रैली में डॉक्टर मंजीत पटेल के मुताबिक केंद्र और राज्यों के कर्मचारी हिस्सा लेने वाले हैं, केंद्र सरकार के लिए यह रैली एक चुनोती तौर पर पेश की जाने वाली है। अगर सरकार ने दिसंबर में ऑफिस बहाली को लेकर कोई घोषणा नहीं की तो आने वाले समय में यह हड़ताल शुरू करने वाले हैं।
पेंशन शंखनाद महारैली में जुटे थे लाखों कर्मी
आपको बता दे की इसके पहले एक अक्तूबर 2023 को रामलीला मैदान में ही ‘पेंशन शंखनाद महारैली’ आयोजित की गई थी, जिसमे कई लाखो कर्मी पहुचे थे। इसका आयोजन नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम (एनएमओपीएस) के बैनर तले हुआ था। एनएमओपीएस के अध्यक्ष विजय कुमार बंधु ने कहा था, पुरानी पेंशन कर्मियों का अधिकार है और वह इसे लेकर ही रहेंगे। दोनों ही रैलियों में केंद्र एवं राज्य सरकारों के लाखों कर्मियों ने भाग लिया था।
‘भारत बंद‘ जैसे कठोर कदम उठाए जायेगे
यदि सरकार, पुरानी पेंशन लागू नहीं करती है, तो ‘भारत बंद’ जैसे कई कठोर कदम उठाए जाएंगे। इसके लिए एक बार फिर कर्मचारी संगठन, राष्ट्रव्यापी अनिश्चितकालीन हड़ताल कर सकते हैं। इसमें कर्मचारियों की राय ली जाएगी। अगर बहुमत हड़ताल के पक्ष में होता है, तो अनिश्चितकालीन हड़ताल की जाएंगी।