7th Pay Commission: इस समय केंद्रीय कर्मचारियों के लिए बड़ी खबर सामने आ रही है, आपको बता दे की सरकार की तरफ से केंद्रीय कर्मचारियों को प्रमोशन का तोहफा मिलने वाला है।
इसके साथ ही उनकी सैलरी भी भी बढ़ोतरी हुई है। बता दे कि, इस समय सरकार द्वारा कुछ ऐसे नियम बनाए गए हैं, जिसके बाद बारे में काफी कम लोग जानते हैं।
और यह नियम प्रमोशन से जुड़ा हुआ है आइये जानते हैं, इसके बारे में पूरी जानकारी।
मॉडिफाइड एश्योर्ड करियर प्रोग्रेसन यानी MACP स्कीम
कई लोग आज केंद्र की कर्मचारियों से जुड़े हुए कई नियमों के बारे में ज्यादा नहीं जानते हैं, ऐसा ही एक नियम यह भी है जो की प्रमोशन से जुड़ा हुआ है।
इसे MACP (मॉडिफाइड एश्योर्ड करियर प्रोग्रेसन) के नाम से जाना जाता है। इस नियम के तहत कर्मचारियों का प्रमोशन समय के साथ किया जाता है।
जिन कर्मचारियों का प्रमोशन नहीं होता है, उनके लिए MACP काफी फायदेमंद साबित हुआ है।
इन कर्मचारियों को मिलेगा फायदा
MACP योजना के तहत जिन्हें कर्मचारियों को अभी तक कोई फायदा नहीं मिला है, उन्हें पूरे करियर में तीन बार अनिवार्य फाइनेंशियल अपग्रेड दिया जाता है।
यह अपग्रेडेशन कर्मचारियों के 10वे, 20वे, और 30वे साल की सेवा के लिए दिया जाता है। ऐसे में उनकी सैलरी में भी बढ़ोतरी देखने को मिलती है।
इस दौरान जिनका प्रमोशन नहीं होता है, उन्हें 10 वर्ष की अवधि के बाद ऑटोमेटिक फाइनेंशियल अपग्रेडेशन (MACP) सरकारी कर्मचारियों को मिल जाता है।
इस तरह से इस फाइनेंशियल अपग्रेडेशन के बाद कर्मचारियों को नए ग्रेड वेतन के तहत सैलरी प्रदान की जाती है और जो प्रमोशन मिलने वाली वित्तीय लाभ है। उनके भी फायदे उन्हें मिलते हैं, लेकिन इसमें कुछ शर्ते शामिल होती है।
MACP योजना की शर्तें–
MACP योजना के तहत उन्हें इसका फायदा मिलता है, जिसका आखिरी तीन वर्षों का एनुअल परफॉर्मेंस असेसमेंट रिपोर्ट यानी APAR ”बहुत अच्छा” की कैटेगरी में हो।
अगर यह स्थति नही बनती है तो फाइनेंशियल अपग्रेडेशन तब तक होल्ड पर रहेगा, जब तक कि वह इस पात्रता को कर्मचारी पूरा नही कर लेते है। इसके पूरा करने के बाद ही उन्हें अपग्रेडेशन दिया जाता है।
नरेंद्र मोदी सरकार ने शुरू की शर्त
इस शर्त को नरेंद्र मोदी सरकार के कार्यकाल में शुरू किया गया था, जिसके बाद इसे लागी कर दिया है। इसका मकसद सरकारी कर्मचारियों के परफॉर्मेंस में सुधार लाना है और बेहतर कार्य करना है।
साथ ही यह उन विभाग के कर्मचारियों के लिए बहुत फायदेमंद है, जहां प्रमोशन के लिए अवसर काफी कम होते हैं।