State Bank of India Alert: अगर आपका खाता भारतीय स्टेट बैंक (SBI) में है, तो ये खबर आपके लिए बहुत जरूरी है। भारत के सबसे बड़े सरकारी बैंक SBI ने अपने ग्राहकों को एक बड़ा अलर्ट जारी किया है।
दरअसल, धोखाधड़ी करने वाले स्कैमर्स नए-नए तरीके अपनाकर लोगों को निशाना बना रहे हैं। ऐसे में, बैंक ने साइबर अपराध से बचने के लिए कुछ जरूरी सलाह दी हैं।
यदि ग्राहक इन चेतावनियों को नजरअंदाज करते हैं, तो SBI किसी नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा। आइए इस चेतावनी के बारे में विस्तार से जानते हैं।
SBI के 50 करोड़ ग्राहकों के लिए बड़ा अलर्ट
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI), ने हाल ही में अपने करोड़ों ग्राहकों को एक महत्वपूर्ण चेतावनी जारी की है। बैंक ने बताया है कि साइबर अपराधी फेक मैसेज और लिंक भेजकर ग्राहकों के बैंक खातों से पैसे निकालने की कोशिश कर रहे हैं।
ये अपराधी धोखाधड़ी के नए-नए तरीकों का उपयोग कर रहे हैं, जिसमें वे ग्राहकों को मैसेज के जरिए रिवॉर्ड पॉइंट्स का लालच देकर उनके खातों की जानकारी चुराने का प्रयास कर रहे हैं।
क्या है साइबर धोखाधड़ी का मामला?
SBI के नाम पर फेक मैसेज भेजे जा रहे हैं, जिनमें ग्राहकों को 9980 रुपये के रिवॉर्ड पॉइंट्स का लालच दिया जा रहा है। इस मैसेज में ग्राहकों से एक APK फाइल डाउनलोड करने का आग्रह किया जाता है।
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अगर ग्राहक इस लिंक पर क्लिक करते हैं या फाइल डाउनलोड करते हैं, तो उनका बैंक खाता साइबर अपराधियों के हाथ लग सकता है।
SBI Alert के महत्वपूर्ण तथ्य
तथ्य | विवरण |
बैंक का नाम | स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) |
ग्राहकों की संख्या | 50 करोड़ से अधिक |
मुख्य खतरा | फेक मैसेज और लिंक से साइबर धोखाधड़ी |
सरकार की चेतावनी | संदिग्ध मैसेज और फाइल से बचें |
SBI की सलाह | फाइल डाउनलोड न करें, संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें |
सुरक्षित बैंकिंग उपाय | SBI की आधिकारिक वेबसाइट से संपर्क करें |
जानें कैसे हो रही है ठगी?
- फेक मैसेज के जरिए: स्कैमर्स ग्राहकों को मैसेज, ईमेल या व्हाट्सऐप पर संदिग्ध लिंक भेजते हैं।
- मैलवेयर इंस्टॉल करना: फेक फाइल डाउनलोड करवाकर, स्कैमर्स ग्राहकों के फोन में मैलवेयर इंस्टॉल कर देते हैं।
- बैंक खाते की जानकारी चुराना: इस मैलवेयर के जरिए अपराधी बैंक खाते की जानकारी, पासवर्ड, और अन्य संवेदनशील जानकारी चुरा लेते हैं।
सरकार और SBI की चेतावनी
SBI और सरकार दोनों ने इस प्रकार की साइबर धोखाधड़ी को लेकर बैंक ग्राहकों को जागरूक करने के लिए अलर्ट जारी किया है।
बैंक ने स्पष्ट किया है कि वे कभी भी SMS, ईमेल या व्हाट्सऐप के जरिए इस प्रकार के संदेश नहीं भेजते हैं, जिनमें किसी लिंक पर क्लिक करने या फाइल डाउनलोड करने की सलाह दी जाती हो।
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बैंक ने ग्राहकों से अपील की है कि वे इन फेक मैसेज से सतर्क रहें और किसी भी लिंक पर क्लिक न करें।
धोखाधड़ी से बचने के उपाय:
- संदिग्ध मैसेज से बचें: अगर आपको SBI के नाम से कोई रिवॉर्ड पॉइंट्स या अन्य ऑफर का मैसेज मिलता है, तो उस पर भरोसा न करें और तुरंत उसे डिलीट करें।
- SBI की आधिकारिक वेबसाइट से संपर्क करें: अगर आपको किसी भी प्रकार की जानकारी चाहिए, तो SBI की आधिकारिक वेबसाइट या उनके ग्राहक सेवा नंबर से संपर्क करें।
- एपीके फाइल डाउनलोड न करें: किसी भी फेक मैसेज में दिए गए लिंक से APK फाइल डाउनलोड करने से बचें, क्योंकि ये आपके फोन में मैलवेयर इंस्टॉल कर सकती है।
- बैंक की जानकारी साझा न करें: किसी भी अनजान व्यक्ति को अपने बैंक खाते की जानकारी, पासवर्ड या OTP न दें। SBI कभी भी इस प्रकार की जानकारी नहीं मांगता है।
साइबर अपराधियों के नए-नए तरीके
साइबर अपराधी ग्राहकों को धोखा देने के लिए लगातार नए तरीके अपना रहे हैं। वे रिवॉर्ड पॉइंट्स, गिफ्ट्स और लॉटरी जैसी चीजों का लालच देकर लोगों को फेक मैसेज के जरिए फंसाने की कोशिश कर रहे हैं।
अपराधियों ने अब लोगों को रिवॉर्ड पॉइंट्स के बहाने उनके मोबाइल में मैलवेयर इंस्टॉल करने का तरीका अपनाया है। यह मैलवेयर बैंक से जुड़ी निजी जानकारी को चुराकर अपराधियों तक पहुंचाता है।
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निष्कर्ष:
आज के डिजिटल युग में, जहां ऑनलाइन बैंकिंग और इंटरनेट का इस्तेमाल तेजी से बढ़ रहा है, साइबर अपराधों का खतरा भी बढ़ गया है।
इसलिए, यह जरूरी है कि बैंक ग्राहकों को समय-समय पर ऐसे खतरों से सतर्क करें और उन्हें सुरक्षित बैंकिंग के तरीकों के बारे में जागरूक बनाएं।
ऐसे में SBI ने ग्राहकों को चेतावनी दी है कि वे संदिग्ध मैसेज और लिंक से बचें और बैंकिंग सुरक्षा का विशेष ध्यान रखें।