Fitment Factor : केंद्रीय कर्मचारियों को वर्ष 2025-26 में बड़ा तोहफा मिल सकता है।इधर से एक बार फिर से नए वेतन आयोग के गठन के साथ ही उनके फिटमेंट फैक्टर में इजाफा देखा जा सकता है।
फिटमेंट फैक्टर में वृद्धि होने से उनके बेसिक सैलरी में भी इजाफा होगा। जिसके साथ यह वेतनमान में बढ़ोतरी हो सकती है।
नेशनल कौंसिल ऑफ़ जॉइंट कंसल्टेंसी मशीनरी का कहना है कि कर्मचारियों के लिए फिटमेंट फैक्टर को 2.86 तक बढ़ाया जा सकता है। 10 साल में एक बार संशोधन को पूरा किया जाता है।
साथ ही नए वेतन आयोग का गठन किया जा सकता है। माना जा रहा है जल्द आठवें वेतन आयोग का गठन किया जाएगा। ऐसे में आठवें वेतन आयोग के गठन की चर्चा तेज हो गई है।
नए वेतन आयोग के गठन को लागू करने की मांग
जेसीएम के सचिव शिव गोपाल मिश्रा ने बदलाव के संकेत देते हुए कहा है कि हम नए वेतन आयोग के गठन को लागू करने की मांग करेंगे। सातवें वेतन आयोग के लिए 2016 में किय गया था। जिससे कर्मचारियों के वेतन में 12 -14 प्रतिशत का इजाफा देखा गया था।
साथ ही उनके बेसिक सैलरी में बढ़ोतरी से कर्मचारियों के वेतन और पेंशन भोगियों के पेंशन में इजाफा देखा गया था। JCM के सचिव का कहना है की कर्मचारी पक्ष की बात करें तो सरकार से एक निश्चित फिटमेंट फैक्टर की मांग की जा रही है, जो 2.86 से कम नहीं होगा।
फिटमेंट फैक्टर 2.5 प्रतिशत से बढ़कर 2.86 प्रतिशत
वर्तमान में केंद्रीय कर्मचारियों का फिटमेंट फैक्टर 2.57 है और उसकी बेसिक सैलरी 18000 रुपए है। कर्मियों द्वारा लंबे समय को 3.6 बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। उनके फिटमेंट फैक्टर 2.5 प्रतिशत से बढ़कर 2.86 से किया जा सकता है।
आने वाले समय में नए वेतन आयोग के साथ कर्मचारियों की बेसिक सैलरी 18000 से बढ़कर 20000 तक हो सकती है।फिटमेंट फैक्टर के कारण ही केंद्रीय कर्मचारियों के वेतन से अधिक होती है।
फिटमेंट फैक्टर के आधार पर नए बेसिक सैलरी को पुरानी बेसिक के आधार पर रिवाइज किया जाता है और इसके आधार पर कैलकुलेशन को पूरा किया जाता है।
पिछले वेतन आयोग की रिपोर्ट के आधार पर फिटमेंट फैक्टर में इसी आधार पर वेतन वृद्धि की गई थी। अब आठवीं वेतन आयोग के गठन से पहले फिटमेंट फैक्टर की गणना की जा सकती है। इसके साथ फिटमेंट फैक्टर के आधार पर कर्मचारियों की बेसिक सैलरी को बढ़ाया जाएगा।