आज के समय में कई जगहों पर संतरे की खेती बड़ी मात्रा में की जाती है और इसके माध्यम से किसान काफी ज्यादा पैसा भी कमा रहे हैं। आज हम आपको कुछ ऐसे ही किसानों के बारे में बताने वाले हैं जो कि, आज संतरे की खेती करके अच्छी खासी कमाई करते हुए देखे जा सकते हैं।
संतरे की खेती
आज हम बात करने वाले हैं, शाजापुर जिले में संतरे की खेती के बारे में, जहां पर 2 वर्षों से प्रतिकूल मौसम की वजह से 80% संतरे की फसल खराब हो गई थी। ऐसे में यहा के कई किसान निराश हुए थे, लेकिन एक बार फिर से वह अपने बगीचे में संतरे के पौधे लगाने लगे है। आज कई किसान संतरे की खेती करते हुए देखे जा रहे है और यह अपनी फसल को बागानों से ही बाहरी व्यापारियों को बेच देते हैं और जब फसल पकना शुरू हो जाती है, तब व्यापारी यहां से संतरे ले जाकर महाराष्ट्र और यूपी समेत कई अलग-अलग राज्यों में इसे बेचते हुए देखे जा सकते है।
शाजापुर जिले में होता है, ज्यादा उत्पादन
आज के समय में मध्य प्रदेश की शाजापुर जिले के किसान काफी ज्यादा मात्रा में संतरे का उत्पादन करते हुए देखे जा सकते हैं और उनकी फसल भी काफी जल्द बिक जाती है और यहां के संतरे के स्वाद भी काफी ज्यादा बेहतर है जो की लोगों को पसंद आता है।
कम निवेश में ज्यादा फायदा
आज शाहजहांपुर जिले के कई किसानों ने संतरे की फसल और इसके अनोखी स्वाद को लेकर काफी अच्छी पहचान भी बना ली है। यही के एक किसान विष्णु ठाकुर द्वारा बताया गया है कि, संतरे का पौधा 5 साल में फसल देना शुरू कर देता है और यह 20 साल तक संतरे देता है। उन्होंने बताया कि संतरे की फसल लगाने के लिए किसानों को ज्यादा निवेश करने की आवश्यकता नहीं होती है। आप खेतों में संतरे के पेड़ लगाकर उसके साथ खेती भी कर सकते हैं.
2016 में हुआ संतरा महोत्सव का आयोजन
वर्तमान में शाजापुर के संतरे को आज विश्व स्तरीय पहचान मिल चुकी है। शाजापुर के संतरे को आज विश्व स्तरीय पहचान दिलाने के लिए वर्ष 2016 में यहा पर संतरा उत्सव का भी आयोजन किया गया था। उसके बाद से लोगो का ध्यान इस फसल पर काफी ज्यादा रहा है। ऑरेंज फेस्टिवल के सेमिनार के साथ-साथ प्रतियोगिताएं और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए थे।